आजकल बढ़ा डेंगू का खतरा, जानें अब डेंगू के नए लक्षण क्या है?

डेंगू एक वायरल संक्रमण है जो एडीस एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर सामान्य तौर पर दिन के समय काटता है और साफ पानी में पनपता है।

डेंगू मुख्यतः गर्मी और बरसात के मौसम में फैलता है, जब मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है।

यह एक वायरल बुखार है जो चार प्रकार के डेंगू वायरस (DENV-1, DENV-2, DENV-3, DENV-4) में से किसी एक से होता है।

बता दें कि, एक बार किसी प्रकार के वायरस से संक्रमित होने पर उसी प्रकार से दोबारा संक्रमण नहीं होता, मगर अन्य प्रकारों से खतरा बना रहता है।

सामान्य तौर पर जुलाई से अक्टूबर के मध्य, यानी मानसून और उसके बाद के महीनों में डेंगू के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं।

डेंगू के लक्षणः डेंगू के लक्षण सामान्य तौर पर संक्रमण के 4–10 दिन बाद दिखाई देते हैं,जिससे डेंगू वायरल होने लगता है।

डेंगू के लक्षण जैसा कि तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होना।

शरीर पर लाल चकत्ते (rashes), प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट, कमजोरी और थकान, कभी-कभी खून बहने की समस्या (nosebleed, gum bleeding)

डेंगू का कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, मगर समय पर पहचान और सही देखभाल से यह ठीक हो सकता है। डॉक्टर की सलाह से प्लेटलेट काउंट की निगरानी जरूरी है।

हाइड्रेशन (पानी, नारियल पानी, इलेक्ट्रोलाइट्स) बहुत आवश्यक है। पपीते के पत्तों का रस प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक है।

बुखार और दर्द के लिए पैरासिटामोल दी जाती है, लेकिन एस्पिरिन या आइबुप्रोफेन से बचें, क्योंकि ये खून बहने की समस्या बढ़ा सकते हैं।

मच्छरों से बचाव करें: मच्छरदानी, रिपेलेंट, पूरे कपड़े पहनें। घर के आसपास पानी जमा न होने दें और खिड़कियां बंद होती है। साफ पानी की टंकियों को ढक कर रखें।