दिवाली पर अस्थमा के मरीजों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है। दिवाली के दिन पटाखों का धुआं अस्थमा को ट्रिगर कर सकता है। ऐसे स्थानों पर न जाएं जहां पटाखे जलाए जा रहे हों।
N95 या एंटी-पॉल्यूशन मास्क पहनना धूल और धुएं से बचाव में सहायक है।
घर के अंदर रहें और खिड़कियां बंद रखें, विशेषकर शाम के समय जब प्रदूषण का स्तर ज्यादा होता है, घर के अंदर रहना सुरक्षित होता है।
घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए HEPA फिल्टर वाला एयर प्यूरिफायर उपयोगी होता है।
दिवाली के दिन इनहेलर और दवाएं अपने पास रखें, आपातकालिन की स्थिति में इनहेलर और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं तुरंत उपलब्ध होनी चाहिए।
हल्का और पौष्टिक भोजन करें, क्योंकि तला-भुना और मसालेदार खाना अस्थमा को बढ़ा सकता है। सादा और सुपाच्य भोजन करें।
योग और प्राणायाम से आपको राहत मिल सकती है। दीवाली से पहले और बाद में नियमित प्राणायाम करने से फेफड़ों की क्षमता बेहतर होती है।
नीम के पत्तों का धुआं न करें, क्योंकि कुछ लोग इसे शुद्धिकरण के लिए जलाते हैं, परंतु यह अस्थमा के लिए हानिकारक हो सकता है।
गुनगुना पानी और भाप लें सांस की नली को साफ रखने में सहायक है।
डॉक्टर से सलाह लें, यदि लक्षण बढ़ते हैं या सांस लेने में तकलिफ होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।